केकरा भरोसे जीवई गे मैया, चित्कार से गमगीन जितेंद्र का परिवार । रिपोर्ट सुधीर मालाकार हाजीपुर( वैशाली) बीते पिछले दिन महुआ हाजीपुर सड़क के नैन्हा मिल्की, सीआरपीएफ कैंप के पास बोलेरो एवं ट्रक के टक्कर में मृत् जितेंद्र मालाकार का परिवार गम की सैलाब में डूबा हुआ है । जितेंद्र की 25 वर्षीय पत्नी विजयलक्ष्मी जोर जोर से चित्कारते हुए कहती है “अब केकरा भरोसे जीवई गे मैया , हमरा बबुआ सबके के देखतई गे मैया ” आसपास के लोगों को आंसू बहाने पर विवश कर रखा है । बताते चलें कि पातेपुर प्रखंड के मंडईडीह ग्राम के रामनाथ भगत के 34 वर्षीय पुत्र जितेंद्र मालाकार एवम उसी गांव के विलास महतो के पुत्र मनोज महतो की मौत घर से हाजीपुर जाने क्रम में ननहा मिल्की में खड़ी ट्रक ने जोरदार टक्कर से हो गई ।परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पिता रामनाथ भगत तथा मां मीना देवी लोगों को देखते ही पछाड़ मार कर चिल्लाने लगते हैं। वही पत्नी विजयलक्ष्मी रोते-रोते बेहोश हो जाती है ।4 वर्षीय पुत्र आयुष ,3 वर्षीय पुत्री काव्या एवं 1 वर्ष के लक्की अपने पिता के आने का इंतजार में टक टक्की लगाए लोगों के मुंह निहारते रहते हैं। मंडईडीह गांव में चारों तरफ गमगीन माहौल बना हुआ है। ग्रामीण विनोद भगत ,प्रमोद कुमार, शत्रुघन भगत , वीरचंद्र भगत, राजू मालाकार ने बताया कि घर में एकमात्र जितेंद्र ही इकलौता कमाऊ पुत्र था ,इसके सारे परिवार चलता था ।परिवार का भरण पोषण कैसे होगा उसकी चिंता हर कोई को सता रहा था ।स्थानीय विधायक लखेंद्र रौशन शोक संतप्त परिवार को जल्द से जल्द हर तरह की मदद दिलाने का आश्वासन दिला कर अधिकारियों से बात की है। समाचार लिखे जाने तक कोई भीअधिकारी पीड़ित परिवार से नहीं मिला था। ज्योतिराव फुले परिषद के प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रो सुधीर मालाकार ने अपने शिष्टमंडल के साथ जाकर पीड़ित परिवारों से मिलकर ढाढस व धैर्य धारण करने की सांत्वना दी तथा सरकार से अभिलंब आपदा प्रबंधन एवं परिवारिक लाभ की राशि मुहैया कराने की मांग की।