कृषि चौपाल में किसानों को मिलने वाली सरकारी लाभ के साथ समस्याओं की ली गई जानकारी
कृषि चौपाल में किसानों को मिलने वाली सरकारी लाभ के साथ समस्याओं की ली गई जानकारी
मोटा अनाज उत्पादन के लिए किसानों को बताया गया
महुआ। रेणु सिंह
कृषि चौपाल लगाकर किसानों को सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता के बारे में जानकारी दी गई। इस चौपाल में किसानों को परंपरागत खेती करने के लिए भी जोड़ दिया गया। वही रासायनिक खाद को दूर करते हुए जैविक खाद को अपनाने को बताया गया। साथ ही उन्हें सरकार द्वारा दी जाने वाली लाभ के बारे में जानकारी भी दी गई। चौपाल में किसानों ने भी खुलकर अपनी समस्याओं को रखा।
यहां कृषि कार्यालय और उद्यान विभाग की ओर से फुलवरिया पंचायत के कढनिया वार्ड नंबर 02 तथा मिर्जानगर में चौपाल लगाकर किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही किसानों को योजनाओं से मिलने वाली लाभ को भी बताया गया। कृषि चौपाल में आए व विशेषज्ञों ने किसानों को परंपरागत खेती करने पर जोर दिया। उनके द्वारा बताया गया कि पूर्व में जिस तरह पूर्वजों द्वारा परंपरागत खेती की जाती थी उसे पुनः अपने की जरूरत है। चौपाल में किसानों को अनुदानित दर पर मिलने वाली विभिन्न कृषि यंत्र का लाभ लेने को भी बताया गया। चौपाल में पहुंचे उद्यान पदाधिकारी सह तकनीकी प्रबंधक धीरेंद्र कुमार ने किसानों को केला, आम, लीची, नारियल, मशरूम झोपड़ी, खरीफ प्याज के लिए मिलने वाली अनुदान के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने आत्मा के द्वारा पशुपालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन, मशरूम उत्पादन के लिए दी जाने वाली प्रशिक्षण की भी जानकारी दी। कृषि समन्वयक अजय शंकर सिंह, प्रकाश भूषण, अरुण, सहायक तकनीकी प्रबंधक कृष्ण कुमार ने किसानों को जैविक खेती के साथ मोटे अनाज उत्पादन करने पर जोर दिया। इस मौके पर कढनिया में किसान वीरेंद्र राय, अंकित, राजू, कुंदन, राजकुमारी देवी, मुन्नी देवी, रंजीत कुमार, गुरु शरण सिंह, संजीव आदि उपस्थित थे। उधर मिर्जानगर में भी कृषि चौपाल लगाकर किसानों को मिलने वाली लाभ और परंपरागत खेती के बारे में बताया गया। यहां किसानों ने भी विभिन्न सवाल किए।